मैं खुश हूं जो आपने मेरे चाहतों का कद्र किया और मेरे दिल की भावनाओं को समझा आपके इश्क भूल चुका हूं अपने सारे गमों को मेरे जिंदगी में उम्र भर यूं ही प्यार करते रहना
उनको पाने का जुनून ऐसा पैदा हुआ जाना कहीं भी हो उनकी गलियों से ही गुजरता हूं बेचैन रहता हूं जब तक दीदार ना हो खुलेआम अभी इजहार कर देता जो बीच में कोई दीवार ना हो