उनको पाने का जुनून ऐसा पैदा हुआ जाना कहीं भी हो उनकी गलियों से ही गुजरता हूं बेचैन रहता हूं जब तक दीदार ना हो खुलेआम अभी इजहार कर देता जो बीच में कोई दीवार ना हो
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